लोग हैं कि मानते नहीं हैं, इन्हें जान से ज्यादा प्यारी जल्दबाजी है| लेकिन बाद में हश्र क्या होता है| न जान बचती है और फिर जल्दबाजी का तो कोई तुक ही…